Saturday, October 7, 2023
Sunday, August 20, 2023
मंदबुद्धि / मंगोलिज्म || आयुर्वेदिक चिकित्सा || #mongolism #mentallyretarded #intellectualdisability
मांगोलिज्म - यह रोग अर्धसूत्री विभाजन में अनियमितता के कारण होता है। रोग से ग्रसित व्यक्ति मंद बुद्धि, टेढ़ी आँखें, मोटी जीभ और अनियमित शारीरिक ढाँचे वाला होगा। आयुर्वेद में इसका उपचार है |मंद्बुद्धिता के लिए भी आयुर्वेद में औषधियां हैं |
Saturday, July 29, 2023
Thursday, July 27, 2023
अपतंत्रक / हिस्टीरिया / योषापस्मार की आयुर्वेदिक चिकित्सा
Hysteria is a term used colloquially to mean ungovernable emotional excess and can refer to a temporary state of mind or emotion. In the nineteenth century, female hysteria was considered a diagnosable physical illness in women. It is assumed that the basis for diagnosis operated under the belief that women are predisposed to mental and behavioral conditions; an interpretation of sex-related differences in stress responses. In the twentieth century, it shifted to being considered a mental illness. Many influential people such as Sigmund Freud and Jean-Martin Charcot dedicated research to hysteria patients.
उन्माद || अपस्मार || मिर्गी || पागलपन की आयुर्वेदिक चिकित्सा
उन्माद (mania/मेनिया) एक प्रकार का मानसिक रोग है जिसको मनस्ताप के अंतर्गत वर्गीकृत किया जाता है। इसमे व्यक्ति की भावनाओं तथा संवेग में कुछ समय के लिए असामान्य परिवर्तन आ जाते है, जिनका प्रभाव उसके व्यवहार, सोच, निद्रा, तथा सामाजिक मेल जोल पर पड़ने लगता है।मिर्गी केंद्रीय तंत्रिका तंत्र से संबंधित एक विकार है जिसकी स्थिति में मस्तिष्क की तंत्रिका कोशिका की गतिविधि बाधित होती है। नतीजतन, मरीज को दौरे पड़ते हैं, वह बेहोश हो सकता है या कुछ समय तक असामान्य व्यवहार कर सकता है।
Wednesday, July 26, 2023
आधा शीश दर्द || अवसाद || डिप्रेशन || जीर्ण शीश शूल ||आयुर्वेदिक चिकित्सा
सामान्य सिर दर्द हो या आधा सिर का दर्द बहुत कष्टकारी होता है | कम-ज्यादा होते रहने वाला सिरदर्द, जिसके साथ अक्सर प्रकाश और ध्वनि के प्रति संवेदनशीलता और मतली भी हो सकती है.
माइग्रेन सिर दर्द में कभी कभी लक्षणों की चेतावनी देखी जा सकती है. इन ट्रिगर में हार्मोनल परिवर्तन, कुछ खाद्य पदार्थ और पेय, तनाव, और व्यायाम शामिल हैं.
माइग्रेन सिर के एक खास हिस्से में टीस पैदा कर सकता है जिनकी तीव्रता घटती-बढ़ती रहती है. मतली और प्रकाश और ध्वनि के प्रति संवेदनशीलता भी आम लक्षण हैं.
आयुर्दवेद में हर प्रकार के सिरदर्द के लिए उपाय हैं |
गर्भस्राव / बार बार गर्भपात की आयुर्वेदिक चिकित्सा
गर्भस्राव या स्वतःप्रवर्तित गर्भपात, वह समय है जब भ्रूण या गर्भस्थ शिशु जीवित रहने में असमर्थ होता है और गर्भावस्था का स्वाभाविक अंत हो जाता है। आमतौर पर, गर्भावस्था के 24 हफ्तों के पहले मानव शरीर में ऐसा होने का वर्णन है। गर्भावस्था के प्रारंभिक दिनों में गर्भस्राव का होना आम समस्या है।
गर्भ - पोषण हेतु आयुर्वेदिक चिकित्सा
आयुर्वेद में गर्भ पोषण के लिए औषधियों का वर्णन है जिससे गर्भस्थ शिशु स्वस्थ रहे |
Monday, July 24, 2023
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मासिक धर्म मे अल्पता / मासिक धर्म दर्द की आयुर्वेदिक चिकित्सा
महिलाओं में कई कारणों से मासिक धर्म संबंधी समस्याएँ उत्पन्न हो जाती है उन्हीं में से एक समस्या है मासिक स्राव का अल्प मात्रा में होना। मासिक धर्म होने के दौराम कम रक्तस्राव या ब्लीडिंग होने के कई कारण हो सकते है जैसे, खान-पान में पोषक तत्वों की कमी होना, अनुचित जीवनशैली या अधिक तनावयुक्त जीवन-यापन करना।
मासिक धर्म शूल या पीड़ा के निवारण के लिए भी आयुर्वेद में सटीक उपचार हैं |
श्वेत प्रदर की आयुर्वेदिक चिकित्सा
ल्यूकोरिया (श्वेत प्रदर) इस रोग में महिलाओं को चिपचिपा, दुर्गन्धयुक्त, गाढ़ा स्राव होता है |
रक्त प्रदर की आयुर्वेदिक चिकित्सा
रक्त प्रदर एक ऐसी बीमारी है जो कि मासिक धर्म के समय होती है मासिक धर्म के समय में स्त्रियों की योनि से निकलने वाला रक्त अगर सामान्य से अधिक मात्रा में है तब उसे रक्त प्रदर रोग के नाम से जाना जाता है और यह कई बार बिना मासिक धर्म के भी निकलना शुरू हो सकता है जिससे स्त्रियों को बहुत ज्यादा कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है और इससे स्त्रियों के शरीर में कमजोरी आने लगती है.......
कानू बनर्जी प्रसिद्ध अभिनेता
Kanu Banerjee (Kanu Bandyopadhyay) (20 June 1905 – 27 January 1983) was an Indian actor and director of Bengali cinema and theatre. He is best known for his portrayal of Harihar Ray, father of Apu, in Satyajit Ray's classic Pather Panchali (1955) and Aparajito (1956), part of the Apu Trilogy. He was born in Jodhpur, Rajasthan, India. He first appeared as an amateur artiste with Sisir Kumar Bhaduri in Biraj Bou (1934) as Netai at Naba Natyyamandir. In 1955, he also appeared as saint Ramakrishna in Prafulla Chakraborty’s biographical film Bhagaban Sri Sri Ramakrishna.
Tuesday, July 4, 2023
Raja Gosavi (28 March 1925 - 28 February 1998) was an Indian film and theatre actor, in Hindi and Marathi.
Gosavi acted in the role of Natsamrat in noted Marathi playwright Kusumagraj’s iconic & milestone Marathi play "Natsamrat" after Dr. Shriram Lagoo.Gosavi had made his film debut in Datta Dharmadhikari's 'Akher Jamla' in 1952 with Sharad Talwalkar (it was his debut too). Gosavi worked as a ticket-seller at Bhanuvilas Talkies, Pune for a few years and his film 'Lakhachi Goshta' opened there, which he promoted by selling the tickets both at the counter and in black. Raja Gosavi also plays lead role in one of the most famous play in Marathi "Soujanyachi Aishi Taishi".